रजनीकांत अवस्थी
रायबरेली: उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण,लखनऊ के निर्देशानुसार व राज कुमार सिंह माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देशन में राजकीय बालिका इण्टर कालेज, रायबरेली में सर्वाइकल कैंसर विषय पर बालिकाओं हेतु विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी।
आपको बता दें कि, इस अवसर पर जिला चिकित्सालय से आयी महिला चिकित्सक सुनीता प्रसाद द्वारा बताया गया कि गर्भाशय ग्रीवा कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि है जो गर्भाशय ग्रीवा में शुरू होती है। गर्भाशय ग्रीवा गर्भाशय का निचला हिस्सा है जो योनि से जुड़ता है। बताया गया कि, गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर होता है इसका इलाज अक्सर कैंसर को हटाने के लिए सर्जरी से किया जाता है। अन्य उपचारों में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता हैं। इसके अतिरिक्त कीमोथेरेपी और लक्षित चिकित्सा दवाएँ भी शामिल हैं।
प्राचार्य डा0 स्मिता मिश्रा के द्वारा बताया गया कि, सर्वाइकल कैंसर जब शुरू होता है, तो सर्वाइकल कैंसर के लक्षण नहीं दिखते। जैसे-जैसे यह बढ़ता है, सर्वाइकल कैंसर के लक्षण और संकेत दिखाई देने लगते हैं। गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर तब शुरू होता है जब गर्भाशय ग्रीवा में स्वस्थ कोशिकाओं के डीएनए में परिवर्तन होता है। इसके अतिरिक्त वन स्टाप सेंटर प्रभारी आस्था के द्वारा सर्वाइकल कैंसर के लक्षणों के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की गयी। उक्त अवसर पर स्कूल की छात्रा प्रिया के द्वारा सेनेटरी पैड को कैसे इस्तेमाल किया जाए इसके प्रति सभी को जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अपर जिला जज अनुपम शौर्य के द्वारा बताया गया कि, धूम्रपान से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जब धूम्रपान करने वाले लोगों में HPV संक्रमण होता है, तो संक्रमण लंबे समय तक रहता है और उसके ठीक होने की संभावना कम होती है। HPV अधिकांश गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का कारण बनता है। सचिव अनुपम शौर्य के द्वारा बताया गया कि HPV संक्रमण को रोकने के लिए टीका लगवाने से गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर और HPV से संबंधित अन्य कैंसर का खतरा कम हो सकता है। एचपीवी का मतलब मानव पैपिलोमा वायरस है जिसके कारण कुछ अन्य प्रकार के कैंसर सहित सर्वाइकल कैंसर हो सकता है।
उक्त अवसर पर सर्वाइकल कैंसर से बचाव के सम्बन्ध में टीके के बाबत जानकारी प्रदान करते हुए बताया गया कि 11 या 12 वर्ष की आयु के बच्चों को 6 से 12 महीने के अंतराल पर दो सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन के टीके लगवाए जाये। यह टीका 9 वर्ष की आयु से लेकर 45 वर्ष की आयु तक भी लगाया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के सहयोग से सेनेटरी पैड का वितरण सभी छात्राओं के मध्य किया गया। कार्यक्रम के अंतिम में कार्यक्रम से सम्बन्धित प्रश्नोत्तरी स्तर प्रश्नों का सही जवाब देने पर छात्रा सीमा को अनुपम शौर्य अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली के द्वारा पेन देकर प्रोत्साहित किया गया।
इस जागरूकता कार्यक्रम में उप प्रधानाचार्या सुनीता सिंह, अर्चना सिंह, केस वर्कर, वन स्टाप सेंटर, शशिबाला सिंह, स्टाफ नर्स, पराविधिक स्वयं सेवक मिथलेश, प्रतिभा अवस्थी, अर्चना सिंह, सौम्या मिश्रा, पूनम सिंह, पवन कुमार श्रीवास्तव, बृजपाल, व मनोज कुमार प्रजापति उपस्थित रहे।
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